UPSC Topper Shakti Dubey ने बताया तैयारी करने का सही तरीका, केवल 6 से 8 घंटे में हासिल की AIR-1 रैंक

मंगलवार को यूपीएससी परीक्षा 2024 का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया गया है। जिसमें प्रयागराज की शक्ति दुबे (UPSC Topper Shakti Dubey) ने ऑल इंडिया एयर वन रैंक हासिल की है। जबकि दूसरे नंबर पर हर्षिता गोयल और तीसरे नंबर पर डोंगरे अर्चित पराग ने बाजी मारी है। रैंक वन हासिल करने वाली शक्ति दुबे ने चार असफल प्रयास के बाद यह मुकाम हासिल किया है। जिसके लिए उन्होंने लगभग 7 साल लगातार कठिन मेहनत की है। चलिए जानते हैं शक्ति दुबे ने यह मुकाम कैसे हासिल किया और उनका शिक्षा बैकग्राउंड क्या रहा है।

UPSC Topper Shakti Dubey
Image : UPSC Topper Shakti Dubey | Credit : Munafabazaar.in

UPSC Topper Shakti Dubey

संघ लोक सेवा आयोग 2024 के परिणाम जारी कर दिए गए हैं। कुल 1132 पदों की इस भर्ती में 2845 उम्मीदवारों को इंटरव्यू के लिए शार्ट लिस्ट किया गया था। जिसमें उत्तर प्रदेश की शक्ति दुबे ने एयर वन रैंक हासिल कर युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी है। पूरे भारत में रैंक वन हासिल करने की खबर के साथ ही शक्ति दुबे और उसके पूरे परिवार और मोहल्ले में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। हर कोई अपने बधाइयां दे रहा है। शक्ति दुबे ने अपने इस सफर और पढ़ाई करने के तरीके को लेकर भी शेड्यूल साझा किया है।

क्या है शक्ति दुबे का टाइम टेबल

शक्ति दुबे वर्चुअल मीडिया के माध्यम से बताती है कि उसने लगातार तीन चार अटेम्प्ट (कुल चार) में असफलता का सामना करना पड़ा। परिवार का बैकग्राउंड यूपीएससी या इस लेवल की परीक्षाओं से जुड़ा हुआ नहीं था। जिसके चलते उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। उसने यूपीएससी के संबंध में इंटरनेट से काफी कुछ सर्च कर जानकारी हासिल की। शक्ति दुबे बताती है कि उसने बहुत ज्यादा घंटे पढ़ाई नहीं कि वह कभी 8 घंटे तो कभी 6 घंटे तो कभी 12 घंटे पढ़ाई करती थी। मगर जब भी वह पढ़ाई करने बैठी थी तो पूरा फोकस पढ़ाई पर ही रहता था। 

लगातार तीन अटेम्प्ट में असफल होने के बाद उसने एक नया शेड्यूल बनाया। जिसमें वह सुबह उठकर करंट अफेयर का एक स्टॉल पूरा करती थी। इसके बाद जनरल साइंस का एक स्टॉल और फिर ऑप्शनल का एक स्टॉल और अंत में एक टेस्ट प्रैक्टिस का स्लॉट पूरा करती थी। लगातार तीन असफल प्रयासों के बाद उसने इस शेड्यूल को लगातार फॉलो किया। जिसकी बदौलत उसने यह मुकाम हासिल किया।

शक्ति दुबे का इंटरव्यू कैसा था 

शक्ति दुबे बताती है कि वह यूट्यूब और इंटरनेट के माध्यम से यूपीएससी टॉपर्स के इंटरव्यू वीडियो देखी थी। जिससे उसे काफी कुछ अनुमान लग गया था। और इंटरव्यू में होने वाले घबराहट से भी वह पूरी तरह से आजाद थी। इंटरव्यू में उससे उसकी रुचि से संबंधित सवाल ही पूछे गए। जिनमें प्रयागराज, भारत-चीन, भारत-नेपाल और महाकुंभ जैसे विषयों के सवाल थे। शक्ति कहती है कि उसकी करंट अफेयर्स में काफी ज्यादा रुचि है और इंटरव्यू में भी करंट अफेयर्स के संबंध में ही ज्यादातर सवाल पूछे गए। उसका इंटरव्यू पिछले वर्ष के मुकाबले काफी बेहतर रहा। 

UPSC Topper Shakti Dubey Education Qualification 

बात करें शक्ति दुबे की शिक्षा-योग्यता की तो उसने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन करने के तुरंत बाद बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी से बायोकेमेस्ट्री में MSC पुरी की और साल 2018 में पोस्ट ग्रेजुएट होने के बाद सिविल सेवा की तैयारी में जुट गई। लगातार 7 सालों की कठिन मेहनत के बाद वह अपने लक्ष्य को हासिल करने में सफल रही। इसका पूरा श्रेय अपने गुरुजनों, परिवार और दोस्तों को दिया है।

शक्ति दुबे का ऑप्शनल सब्जेक्ट क्या है 

शक्ति दुबे राजनीति और अंतरराष्ट्रीय संबंध जैसे विषयों में काफी रुचि रखती है। जिसके चलते उसने वैकल्पिक विषयों के रूप में अंतरराष्ट्रीय संबंध और राजनीतिक विज्ञान को चुना था। 

PDF लगी झूठी

UPSC Topper Shakti Dubey कहती है कि जब आखिरी अटेम्प्ट में उसका सिलेक्शन नहीं हुआ था। तब उसके भाई ने कहा था कि भगवान ने तुम्हें रैंक वन के लिए बचाकर रखा है। जो बात अब सच हो गई है। जब शक्ति ने सिलेक्टेड कैंडिडेट्स की पीडीएफ में अपना नाम पहले नंबर पर देखा तो उसे लगा कि यह पीडीएफ तो फेक है। लेकिन कुछ देर बाद ही कोचिंग इंस्टिट्यूट से कॉल आया कि उसने पूरे भारत में रैंक वन हासिल की है और तब उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। 

शक्ति दुबे के माता पिता

शक्ति दुबे के पिता का नाम देवेंद्र दुबे है। जो पुलिस में नौकरी करते हैं। जबकि उनकी माता का नाम प्रेमा दुबे है। जो एक ग्रहणी है। शक्ति दुबे कहती है कि बेशक वह बहुत ऐसे परिवार से बिलॉन्ग नहीं करती। जहां इतने उच्च पद की नौकरी के लिए किसने पहले तैयारी की हो। मगर उसके माता-पिता ने कभी उन्हें रोकने की कोशिश नहीं कि। वह हमेशा सहयोग करते थे।

शक्ति दुबे आगे कहती है कि हर बच्चा अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए पूरी कोशिश जरूर करता है। मगर फिर भी कहीं ना कहीं कमियां रह जाती है। जिसके कारण उसका निशान चूक जाता है। उन्हें उन गलती को सुधार कर फिर से प्रयास करना चाहिए। हालांकि UPSC सिर्फ परीक्षा है, जीवन नहीं। यूपीएससी और जीवन में हमें जीवन को ज्यादा महत्वपूर्ण समझकर आगे बढ़ना चाहिए।

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