पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान एक्टर फवाद खान की आगामी फिल्म अबीर गुलाल को रिलीज होने से रोक दिया गया है। पहले यह फिल्म 9 मई को रिलीज होने वाली थी। फिल्म का गाना यूट्यूब पर रिलीज कर दिया गया था। जिसे अब हटाया जा चुका है। यह बड़ा फैसला लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। ताकि देश में किसी भी तरह की तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न ना हो। इससे पहले पाकिस्तान भी कई भारतीय फिल्मों को अपने मुल्क में प्रतिबंधित कर चुका है। चलिए जानते हैं कौन-कौन सी फिल्में पाकिस्तान में बैन है? और उसके पीछे की क्या वजह थी।

पाकिस्तान में बैन हो चुकी है ये भारतीय फिल्में | Indian Movies Banned in Pakistan
पाकिस्तान ने समय-समय पर कई भारतीय फिल्मों पर बैन लगाया है। जिनके कारण सामाजिक भावनाओं को ठेस पहुंचना, पॉलिटिक्स और कई बड़ी घटनाएं है। पाकिस्तान में बैन हो चुकी भारतीय फिल्मों की सूची में शाहरुख खान की रईस से लेकर आमिर खान की दंगल और शाहिद कपूर की हैदर जैसी फिल्मों का नाम शामिल है। चलिए इनके बारे में एक-एक करके डिटेल में जानकारी लेते हैं।
रईस फिल्म को किया पाकिस्तान में बैन
बॉलीवुड के किंग खान शाहरुख खान की फिल्म “रईस” साल 2017 में रिलीज की गई थी. जिसमें पाकिस्तान की फेमस अभिनेत्री माहिरा खान ने डेब्यू किया था। फिल्म को रिलीज के बाद पाकिस्तान में प्रतिबंधित कर दिया गया था। जिसका पाकिस्तानी सेंसर बोर्ड ने कारण बताया की फिल्म में जिस तरह से मुसलमानों को दिखाया गया है। वह काफी आपत्तिजनक है। फिल्म में इस्लाम धर्म को कमजोर और अपराधी-आतंकवादी के रूप में पेश किया गया है।
दंगल भी है पाकिस्तान के बैन
आमिर खान स्टारर स्पोर्ट्स ड्रामा फिल्म दंगल भारत की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म है। जिसने दुनियाभर से लगभग 2000 करोड़ का कलेक्शन किया था। मगर पाकिस्तान ने फिल्म को लेकर अजीब कारण बताते हुए बैन कर दिया। फिल्म के क्लाइमेक्स में दिखाया जाता है कि कुश्ती जीतने के बाद इंडिया का झंडा लहराते हुए राष्ट्रगान बजाया गया है। जिसपर पाकिस्तान ने आपत्ति जताई। पाकिस्तानी सेंसर बोर्ड का कहना है कि पाकिस्तान में राष्ट्रगान और राष्ट्रध्वज वाले सीन के साथ यह फिल्म रिलीज नहीं हो सकती। इसलिए इसे हमेशा के लिए प्रतिबंधित किया गया है।
राजी फिल्म बैन (2018)
मेघना गुलजार द्वारा निर्देशित राजी फिल्म साल 2018 में रिलीज की गई थी। जिसकी कहानी हर किसी को पसंद आई है। फिल्म में आलिया भट्ट ने एक जासूस की भूमिका निभाई है। जिसे दर्शकों ने खूब पसंद किया है। मगर राजी फिल्म को पाकिस्तान में बैन कर दिया गया। जिसका कारण बताया गया है की फिल्म में आलिया भट्ट की किरदार ने पाकिस्तानी लड़के से शादी करके पाकिस्तान में रहने लगी और फिर पाकिस्तान की ही जासूसी करने लगी। इस तरह के सीन देखकर उपद्रव फैल सकता है। इसलिए राजी फिल्म को पाकिस्तान में रिलीज करने से रोक दिया गया।
हैदर और उड़ता पंजाब पाकिस्तान में बैन
शाहिद कपूर की उड़ता पंजाब और हैदर दोनों ही फिल्में पाकिस्तान में बैन है। जिसका कारण फिल्म की कहानी है। फिल्म में दिखाया गया है कि पंजाब की युवा पीढ़ी ड्रग्स के दलदल में डूब रही है। जिसका जिम्मेदार पाकिस्तान है। पाकिस्तान यहां ड्रग नेटवर्क चला रहा है। इस सीन और फिल्म में इस्तेमाल किए गए अपशब्दों के चलते इसे बैन कर दिया गया।
टाइगर जिन्दा है
सलमान खान की ब्लॉकबस्टर फिल्म “टाइगर जिंदा है” साल 2017 में रिलीज की गई थी. मगर इसे भी पाकिस्तान में रिलीज होने से रोक दिया गया. इसका कारण पाकिस्तान और उनकी कानून परिवर्तन एजेंटीयों की छवि को नकारात्मक तरीके से पेश करना बताया गया है।
नीरजा फिल्म (2016)
साल 2016 में रिलीज हुई फिल्म “नीरजा” में सोनम कपूर ने मुख्य भूमिका निभाई थी। यह फिल्म 1986 में हुई विमान हाईजैक की घटना से प्रेरित होकर तैयार की गई थी। जिसमें पाकिस्तान की छवि नकारात्मक तरीके से पेश की गई। जिसके चलते हैं न केवल फिल्म को पाकिस्तान में बैन किया गया। बल्कि फिल्म की लीड रोल सोनम कपूर को भी प्रतिबंधित कर दिया गया।
ए दिल है मुश्किल (2016)
करण जौहर के प्रोडक्शन हाउस में तैयार हुई रोमांटिक ड्रामा फिल्म “ए दिल है मुश्किल” साल 2016 में रिलीज हुई थी। जिसमें पाकिस्तान के दिग्गज कलाकार फवाद खान की भी भूमिका थी। मगर उस समय उरी में आतंकी हमला हुआ था। जिसके कारण दोनों देशों के संबंध के बिगड़ गए और फिल्म को पाकिस्तान में बैन कर दिया गया। जिसके चलते फवाद खान के करियर में भी तगड़ी उथल-पुथल मची।
जॉली एलएलबी 2 (2017)
सुभाष कपूर द्वारा निर्देशित जौली एलएलबी 2 फिल्म में अक्षय कुमार ने मुख्य भूमिका निभाई थी। यह फिल्म कश्मीर के मुद्दे को ध्यान में रखकर तैयार की गई थी। जिसके चलते पाकिस्तान ने इस पर आपत्ति जताई और फिल्म को पाकिस्तान में रिलीज होने से रोक दिया। इसके साथ ही अक्षय कुमार को भी पाकिस्तान में प्रतिबंधित कर दिया। जिसका कारण मुस्लिम किरदारों को नकारात्मक रूप से फिल्म में प्रदर्शित करना बताया गया है।
निष्कर्ष: यह हिंदी न्यूज लेख केवल सामान्य जानकारी के आधार पर लिखा गया है। जिसमें किसी भी धर्म, विशेष समुदाय या मजहब के खिलाफ किसी भी तरह की कोई नकारात्मक या भ्रमित करने वाली जानकारी नहीं दी गई है। बावजूद इसके अगर लेख में दी गई किसी भी तरह की जानकारी से किसी को आपत्ति हो तो हमें सूचित कर सकते हैं।